सीबीगंज (बरेली)। आंगनवाड़ी केंद्रों में 3 से 6 साल के बच्चों के लिए हॉट कुक्ड फूड योजना लागू की गई है जिसके अंतर्गत अब आंगनबाड़ी केंद्रो में आने वाले बच्चों को अब सूखे भोजन की जगह पका पकाया गर्म भोजन दिया जायेगा। इसके लिए सरकार द्वारा खाद्यान्न की व्यवस्था तथा भोजन पकाने के लिए आने वाली लागत की व्यवस्था भी की जा चुकी है।
खाद्यान्न कोटेदारों के माध्यम से प्राप्त होगा वही भोजन बनाने में आने वाली लागत की धनराशि आंगनवाड़ी व ग्राम प्रधान के संयुक्त खाते में भेजी गई है। आपको बता दें कि इस भोजन को बनाने में जिन बर्तनों का इस्तेमाल होगा उनकी खरीद के लिए ग्राम निधि में पैसा भेजा जा चुका हैं। अब वस इंतजार उस दिन का है जब ग्रामीण व नगरीय क्षेत्र में पढ़ रहे आंगनबाड़ी केदो में बच्चों को पका पकाया कम भोजन प्राप्त होगा।
जो आंगनवाड़ी केंद्र स्कूल परिसर में संचालित हो रहे हैं उनमें प्रतिदिन बच्चों को गर्म पका पकाया भोजन मिलेगा। इस योजना के तहत जब स्कूलों में सर्दी व गर्मी की छुट्टियों होंगी तब भी आंगनबाड़ी के बच्चों को भोजन वितरण किया जाएगा।इस दौरान भोजन बनाने व वितरण की जिम्मेदारी आंगनबाड़ी कार्यकत्री और सहायिका की होगी। आंगनबाड़ी के बच्चों को भी मिड-डे-मील की तरह ही भोजन वितरित किया जायेगा।
इसमें प्रति बच्चे को 70 ग्राम गर्म पका पकाया भोजन मिड-डे-मील के ही मेन्यू के अनुसार दिया जाएगा।
प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों के रसोईयां व आंगनवाड़ी केंद्रों की कार्यकत्री और सहायिकाओं संयुक्त रूप से मध्यान्ह भोजन तैयार कर बच्चों को देने के नियम बनाये गए हैं। इस कार्य के लिए रसोईया को 50 पैसे प्रति बच्चा प्रति कार्य दिवस अतिरिक्त दिया जाएगा। जारी आदेश के अंतर्गत प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय की 200 मीटर की परिधि में आने वाले केंद्र का भोजन किस विद्यालय में बनेगा, यह निर्णय संबंधित जिलाधिकारी लेंगे। प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय से 200 मीटर के अंदर स्थित आंगनबाड़ी केंद्रों पर भोजन पहुंचाने व वितरित करवाने की जिम्मेदारी संबंधित आंगनबाड़ी सहायिका की होगी।