बरेली। शहर से लेकर देहात तक आवारा पशुओं का आतंक है। शहर की सड़कों पर और गावों में खेतों पर यह मुसीबत बने हुए है। जिसको लेकर शासन ने ऐसे आवारा पशुओं को पकड़ कर गौशाला में रखने को कहा था।
आज से इस अभियान का शुरू होना था। लेकिन ऐसा नहीं हो सका। नगर निगम ने सोमवार को एक भी आवारा पशु को नहीं पकड़ा। वहीं खेतों में भी इन्हें पकड़ने का अभियान चलाया गया। गोवंशीय आवारा पशुओं का इतना आतंक है कि किसान खेतों में रात जाग-जागकर गुजार रहे हैं।
सर्द रातों में वह परिवार को छोड़कर जानवरों से अपनी फसल की रक्षा कर रहे हैं। कई बार शिकायत के बाद भी इसका आज तक समाधान नहीं हुआ है।
जा चुकी हैं कई जाने…
गोवंशीय पशुओं के कारण कई बार ग्रामीण अपनी जान गवा चुके हैं। कई बार किसानों का पशुओं के खेत में घुसने पर खूनी संर्घष भी हुआ। लोगों में मारपीट तक हुई। यहां तक की अभी जल्द ही में एक किसान की आवारा पशुओं के खेत में घुसने पर हुए विवाद में हत्या तक हो चुकी है। उसके बाद भी इन आवारा गोवंशीय पशुओं को पकड़ा नहीं गया है।