बरेली। सावित्रीबाई फुले का जन्म 3 जनवरी 1831 ई को हुआ था, सावित्रीबाई फुले के जन्मदिन को लेकर मौर्य छात्रावास मणिनाथ बरेली में मौर्य विकास संस्था के अध्यक्ष शिशुपाल मौर्य द्वारा कार्यक्रम में भगवान बुद्ध एवं सावित्रीबाई फुले प्रतिमा पर माला अर्पण एवं मोमबत्ती जलाकर श्रद्धांजलि देते हुए कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
जिसमें राष्ट्रीय मानव सेवा संस्थान की राष्ट्रीय अध्यक्ष बिंदु जी को माला अर्पण एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में सावित्रीबाई फुले के जीवन की जीवनी पर चर्चा करते हुए राजेश्वरी मौर्य, प्रगति मौर्य, मोनिका मौर्य अपने-अपने विचार रखें।
प्रेरणा मौर्य एडवोकेट ने अपने विचार रखते हुए कहा मैं अभी बरेली बार एसोसिएशन में सदस्य के लिए विजय हुई हूं और एक महिला भी हूं और महिला का दर्द समझती हूं, इसलिए जो भी पीड़ित महिला है मैं उसकी कानूनी मदद करते हुए निशुल्क केस लडूंगी और चित्रा मिश्रा जो की मणिनाथ की सभासद है ने बताया कुतुबखाने का जो सेतु (पुल) जब इस समय निर्माणधीन है उसका नाम सावित्रीबाई फुले सेतु रखे जाने के लिए राज्य सरकार और नगर निगम बरेली के समक्ष प्रस्ताव रखकर सेतु का नाम सावित्रीबाई फुले रखने की मांग करूंगी।
राष्ट्रीय मानव सेवा संस्थान की राष्ट्रीय अध्यक्ष बिंदु जी ने कहा कि प्रथम शिक्षिका सावित्रीबाई फुले की आज के युग की महिलाओं को प्रेरणा भारी कठिन जीवन जीकर महिलाओं को जीवन जीने का मार्ग दिया है, और उनकी प्रेरणा प्रत्येक नारी को सशक्त करती है, इसको आने बाली पीढ़ी भूल ना जाए, इसके लिए भारत सरकार और राज्य सरकार से राष्ट्रीय मानव सेवा संस्थान की तरफ से मांग करती हूं, स्कूल में पढ़ाई जाने वाली शिक्षा में पाठ्यक्रम शामिल कर स्कूल में पढ़ाया जाए।
कार्यक्रम में राजेश्वरी मौर्य, प्रेरणा मौर्य एडवोकेट, प्रगति मौर्य, चित्रा मिश्रा, मोनिका मौर्य, अध्यक्ष शिशुपाल मौर्य, ज्ञानेश शाक्य, राजेश मौर्य, सर्वेश शाक्य, राष्ट्रीय मानव सेवा संस्थान की राष्ट्रीय अध्यक्ष बिंदु, राशि महामंत्री नरेंद्र पाल, सदस्य रामकिशोर, आशा सिंह आदि अधिकारीगण एवं सदस्यगण उपस्थित रहे।