कभी समय हमारा भी था, जमाने में ग्रिटिंग कार्ड देने की परम्परा हो रही है समाप्त।
जो बीत गये वह दिन दुबारा नही आते कह रहे है ग्रीटिग कार्ड ।
देवरनियाँ। एक जमाना था जब नववर्ष एवं त्योहार के उपलक्ष्य मे अथवा विशेष अवसरों पर लोगो को बधाई देने के लिए ग्रिटिंग कार्डो कि खरीदारी कर उन्हे डाक के माध्यम से भेजकर शुभकामना संदेश देते थे। नववर्ष, दीपावली क्रिसमस डे आदि का आगाज होने से पूर्व ही बाजार ग्रिटिंग कार्डो से सजने लगते थे। लोग कई कई दिन पहले से ही ग्रिटिंग कार्डो की खरीदारी करने मे लग जाया करते थे, और उनकी कोशिश यही रहा करती थी कि उनकी ओर से भेजे गए ग्रिटिंग कार्ड के माध्यम से भेजे गए संदेश समय रहते अपने गंतव्य तक पहुंच जाये।
हालांकि बदलते जमाने के साथ- साथ कागज़ पर तैयार किये गये ग्रिटिंग कार्ड भेजना अब यादगार बनकर ही रह गया है । वर्तमान समय मे सोशल मीडिया के माध्यम से लोग एक-दूसरे को नववर्ष अथवा तयोहारो की बधाई संदेश देते है। शायद यही वजह है कि पहले कि तरह अब बाजारो मे ग्रिटिंग कार्डो को बिक्री के लिए सजाने का प्रचलन भी अब लुप्त होता जा रहा है । किसी जमाने का हीरो ग्रिटिंग कार्ड आज अपनी बदहाली पर आसूं बहाने लगा है।
कुछ बर्ष पूर्व देखा जाता था कि नववर्ष,दीपावली क्रिसमस डे आदि अवसर आने से पूर्व बाजार सुन्दर सुन्दर ग्रिटिंग कार्ड से सजने लगते थे!दुकानदार ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए अपनी दुकान पर अच्छे शब्दो से लिखी इबारतों और चित्रो वाले ग्रिटिंग कार्ड अपनी दुकान के सामने लगाया करते थे तयोहारो व नववर्ष की बधाई देने के लिए ग्रिटिंग कार्ड का ही प्रयोग किया करते थे । इतना ही नही लोग दूर दराज़ मे रहने वाले अपने मित्रों और सगे सम्बन्धियो आदि को डाक द्वारा ग्रिटिंग कार्ड भिजवाते थे और कार्ड पाने वाले भी अपने रिश्तेदारो एवं मित्रों के द्वारा भेजे गए शुभ संदेश पाकर काफी खुश हुआ करते थे। समय के बदलते परिवेश मे प्रेमियो और मित्रों के बीच ग्रिटिंग कार्ड का स्थान अन्य उपहारों ने लेना शुरू कर दिया है, और ग्रिटिंग कार्ड पुराने जमाने कि यादें बनकर रह गये।
नववर्ष आदि तयोहारो के मौके पर कभी बाजारो की रौनक बने रहकर खुद पर इठलाने वाले ग्रिटिंग कार्ड वर्तमान मे अपनी बदहाली पर आसूं बहाते दिखाई दे रहे है। कल तक जिन अलग अलग दुकानो पर पसंद करने की होड रहती थी आज कोई उन ग्रिटिंग कार्डो को पूछने वाला नही है । आज के समय मे शायद ही कोई ग्रिटिंग कार्ड का प्रयोग करता हो नही तो ये प्रचलन धीरे- धीरे समाप्त ही होता जा रहा है ।